Makar Sankranti 2023 | मकर संक्रांति किस तारीख को है | makar sankranti 2023 tithi
Makar Sankranti क्या है और मकर संक्रांति को क्यों मनाया जाता है आज हम आपको यहां पर मकर संक्रांति के बारे में बताने जा रहे हैं मकर संक्रांति को मनाने का क्या कारण होता है और 2023 में मकर संक्रांति किस दिन मनाई जाएगी मकर संक्रांति को मनाने के क्या उद्देश्य होते हैं और मकर संक्रांति को भगवान की पूजा की जाती है ! इसकी पूरी जानकारी हम आपको विस्तार से बताने जा रहे हैं और साथ ही साथ Makar Sankranti 2023 के शुभ मुहूर्त के बारे में भी यहां पर आपको जानकारी दी जाएगी तो अगर आप मकर संक्रांति में पूरी जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तू नीचे दिए गए आर्टिकल को ध्यानपूर्वक पढ़ें|
मकर संक्राति 2023 शुभ मुहूर्त मकर संक्राति पुण्य काल दोपहर 02:43 से शाम 05:45 तक पुण्य काल की अवधि 03 घंटे 02 मिनट मकर संक्राति महा पुण्य काल दोपहर 02:43 से रात्रि 04:28 तक महा पुण्य काल की अवधि 01 घंटा 45 मिनट
Makar Sankranti 2023
त्योहार का नाम- | मकर संक्रांति 2023 |
✔️मकर संक्रांति किस तारीख को है- | 15 जनवरी |
✔️मकर संक्रांति किस दिन को है- | रविबार |
✔️मकर संक्राति महा पुण्य काल | सुबह 06 बजकर 47 मिनट पर शुरू होगा और इसका समापन शाम 05 बजकर 40 मिनट पर होगा |
मकर संक्रांति 2023 की तारीख?
१४-15 जनवरी को रात्रि में 8:00 बज कर 49 मिनट पर सूर्य भगवान मकर राशि में प्रवेश करेंगे इसलिए 15 जनवरी रविबार की रात्रि में पुण्य काल माना जाएगा और अगले दिन 15 जनवरी को मकर संक्रांति स्नान, ध्यान, और दान करके मकर संक्रांति को धूमधाम से मनाया जाएगा|
मकर संक्रांति को किन-किन नामों से जाना जाता है?
- मकर संक्रांति को भारत में अलग जगह निम्नलिखित नामों से जाना जाता है|
- भारत के इन सभी राज्यों में मकर संक्रांति को मकर सक्रांति के नाम से भी जाना जाता है-छत्तीसगढ़, गोआ, ओड़ीसा, हरियाणा, बिहार, झारखण्ड, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, केरल, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, मणिपुर, राजस्थान, सिक्किम, उत्तर प्रदेश, उत्तराखण्ड, पश्चिम बंगाल, गुजरात और जम्मू
- ताइ पोंगल, उझवर तिरुनल : तमिलनाडु
- पौष संक्रान्ति : पश्चिम बंगाल
- उत्तरायण : गुजरात, उत्तराखण्ड
- भोगाली बिहु : असम
- माघी संगरांद : जम्मू
- शिशुर सेंक्रात : कश्मीर घाटी
- माघी : हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, पंजाब
- खिचड़ी : उत्तर प्रदेश और पश्चिमी बिहार
मकर संक्रांति क्या है ?
Makar Sankranti हिंदुओं का एक महत्वपूर्ण त्यौहार आ जाता है हिंदुओं के अनुसार मकर संक्रांति के दिन सूर्य देवता को मान्यता दी जाती है हिंदू धर्म के हिसाब से मकर संक्रांति का दिन सूर्यदेव को समर्पित रहता है इस दिन को लोग बड़े ही धूमधाम से मनाते हैं| इसके साथ सूर्य मकर राशि में प्रवेश करते हैं इसलिए इसे मकर संक्रांति के नाम से मनाया जाता है|
पौराणिक कथाओं के अनुसार बताया जाता है की इस दिन से सर्दियों के दिनों का अंत हो जाता है और इस दिन लोग सूर्य भगवान को पूरे शास्त्रों के अनुसार उनकी पूजा करते हैं और उनकी प्रार्थना में नतमस्तक रहते हैं मकर संक्रांति का दिन बहुत ही महत्वपूर्ण दिन है इस दिन लोग गंगा में जाकर स्नान करते हैं और बहुत सी चीजों का दान करते हैं दान करने के लिए यह एक महत्वपूर्ण दिन माना जाता है Makar Sankranti का दिन एक पावन पर्व विशेष तौर पर बताया जाता है कि इस भगवान सूरज देव धनु राशि को छोड़कर एक और राशि जिसका नाम मकर है उसमें प्रवेश करते हैं|
मकर संक्रांति को क्यों मनाया जाता है?
Makar Sankranti 2023 और मकर संक्रांति का त्योहार इतनी धूम धाम से क्यों मनाया जाता है इसके विशेष महत्व के बारे में यहां पर हम आपको बताने वाले हैं जैसा कि आपको यहां पर बताएं कि मकर संक्रांति ज्योतिषी उनके अनुसार उसके महीने में जिस दिन सूर्य भगवान आते हैं |
मकर संक्रांति प्रत्येक साल की 14-15 तारीख को जनवरी महीने मैं मनाई जाती है कभी कबार ऐसा भी देखने को मिल जाता है की है किसी किसी कैलेंडर में 15 तारीख को भी हो जाती है यह ज्योतिष शास्त्र के अनुसार एक-दो दिन के हिसाब से बदलती रहती है अधिकतर मकर संक्रांति 14 जनवरी को ही मनाई जाती है|
Makar Sankranti 2023 पूजा मुहूर्त क्या है?
इस साल Makar Sankranti 2023 का पूजा का महत्व हिंदू धर्म के अनुसार और ज्योति शास्त्रों के अनुसार 14 -15 जनवरी को पुण्य काल में 2:00 बज के 12 मिनट से शुरू हो जाएगी और यह शाम को 5:00 बज कर 45 मिनट तक रहेगी
इसके साथ साथ महा पुण्य काल का समय 2:00 बज कर नेट से शुरू हो जाएगा और यह कर 36 मिनट तक ही रहेगा कुल अवधि है |
मकर संक्रांति का क्या महत्व है?
हिंदू धर्म के अनुसार मकर संक्रांति के दिन भगवान सूर्य देव शनि देव के यहां पर जाते हैं और उनसे मुलाकात करते हैं इसके साथ साथ सनी कुंभ और मकर अंखियों का स्वामी माना जाता है और कुछ पुरानी कथाओं के अनुसार इस दिन सूर्य भगवान की पूजा में भी समर्पित रहता है इसलिए सूर्य देव की विशेष पूजा अर्चना की जाती है और यह दिन भगवान सूर्य को समर्पित रहता है मकर संक्रांति को के प्रत्येक राज्य में अलग-अलग नाम से जाना जाता है|
Makar Sankranti 2023 के दिन क्या करना चाहिए?
Makar Sankranti के दिन शुभ मुहूर्त में उठकर आपको गंगा नदी या फिर किसी नदी में तालाब या कुआं में स्नान करना चाहिए इसके बाद आपको भगवान सूर्य देव और शनि देव की पूजा अर्चना करनी चाहिए और भगवान सूर्य देव की उपासना भी करनी चाहिए दिन बेहद शुभ माना जाता है इसके साथ साथ आपको तिल और वस्त्र दान करनी चाहिए ,मकर संक्रांति के दिन तिल और गुड़ खाने का विशेष महत्व होता है इसलिए इस तिल और गुड़ के लड्डू बनाकर भी खाने चाहिए
( Disclaimer )
यहां पर दी गई जानकारी समाचार पत्रों और और सामान्य मान्यताओं से ली गई है यह वेबसाइट किसी भी ऐसे तत्वों की पुष्टि नहीं करते हैं अगर यहां पर अमल लाने से पहले इसकी एक बार अपने अनुसार पूर्णता जांच कर लें यहां पर भी किसी भी समस्या के लिए हम उत्तरदाई नहीं होंगे अगर आपको ऊपर बताई गई जानकारी से किसी प्रकार की समस्या उत्पन्न होती है तो आप हमें संपर्क करें हम इसे तुरंत हटा देंगे|
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